मय्यत Mayyat को कफ़न Kafan पहनने का तरीका और उसकी नियत In Hindi Mayyat मय्यत को कफ़न Kafan पहनने का सुन्नति Sunnati और सरल पूरा तरीका और कफ़न पहनने से पहले कफ़न पहनने की सुन्नति Sunnti नियत आसान लफ्ज़ो में   कफ़न (Kafan) पहनने से पहले कफ़न पहनने की सुन्नति Sunnati और आसान भाषा में नियत  रिजाए इलाही पाने और सवाबे आखिरत कमाने के मय्यित को कफ़न  (Kafan) पहनाऊंगा  फ़र्ज़ Farz किफाया अदा करूंगा  ज़रूरतन तक्फीन से क़ब्ल मुआविनीन को कफ़न (Kafan) पहनाने का तरीका और सुन्नतें (Sunnte) बताऊंगा  तख्तए गुस्ल से कफ़न (Kafan) पर रखते हुए इन्तिहाई एहतियात और नर्मी बरतूंगा और उस वक्त सत्रपोशी का ख़ास तौर पर ख़याल रखूगा  मय्यित की पेशानी पर अंगुश्ते शहादत से ( बिस्मिल्ला इर्रहमान निर्रहीम ) (Bismilla irrahman Nirrahim)लिखूगा  इसी तरह सीने पर( लाइलाहा इल्ललला मोहम्मदुर रसूलल्लाह सलल्लाहो ताला अलैहे वसल्लम ) लिखूंगा  इत्र या खुश्बू लगाऊंगा  आबे मदीना और आबे  ज़मज़म मुयस्सर होने की सूरत में कफ्त पर छिडकूगा  कब्र  में जानिबे किब्ला ताक नुमा बना कर शजरा शरीफ़ अहदनामा वगैरा इस में रखूगा ।   मर्द को कफ़न (Kafan)